World Milk Day: डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने की ‘गोपाल रत्न पुरस्कार’ शुरू करने की घोषणा

नवीन अग्रवाल, डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली, 1 जून 2021,

विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर केंद्रीय मत्स्यपालन पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह की अध्यक्षता में वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हर साल पहली जून को विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने डेयरी सेक्टर के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार, गोपाल रत्न पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की। इस पुरस्कार की तीन श्रेणिया है। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी या दुग्ध उत्पादक कंपनी या एफपीओ में दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पात्र किसान/डेयरी सहकारी समितियां/एआई तकनीशियन पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए पोर्टल 15 जुलाई, 2021 से खुलेगा। पुरस्कार के लिए विजेताओं की घोषणा 31 अक्टूबर, 2021 को की जाएगी और राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर यह पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

उमंग प्लेटफॉर्म के साथ ई- गोपाला ऐप के एकीकरण की भी घोषणा

डेयरी और पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने उमंग प्लेटफॉर्म के साथ ई गोपाला ऐप के एकीकरण की भी घोषणा की ताकि उमंग प्लेटफॉर्म के 3.1 करोड़ उपयोगकर्ताओं को ऐप तक पहुंच प्राप्त हो सके। ई-गोपाला ऐप (उत्पादक पशुधन के माध्यम से धन का सृजन) एक व्यापक नस्ल सुधार बाज़ार और किसानों के प्रत्यक्ष उपयोग के लिए प्रधानमंत्री द्वारा 10 सितंबर 2020 को लॉन्च किया गया था।

पिछले 6 वर्षों में दुग्ध उत्पादन 6.3%/वर्ष की दर से बढ़ा

इस अवसर पर बोलते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत डेयरी देशों में एक वैश्विक लीडर है और 2019-20 के दौरान 198.4 मिलियन टन दूध का उत्पादन किया। 2018-19 के दौरान दूध के उत्पादन का मूल्य वर्तमान कीमतों पर 7.72 लाख करोड़ रुपये से अधिक है जो गेहूं और धान के कुल उत्पादन के मूल्य से भी अधिक है। उन्होंने बताया कि पिछले 6 वर्षों के दौरान दुग्ध उत्पादन 6.3 प्रतिशतप्रति वर्ष की औसत वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ा है, जबकि विश्व दुग्ध उत्पादन 1.5 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रहा है। दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 2013-14 में जहां 307 ग्राम थी बढ़कर 2019-2020 में 406 ग्राम प्रति व्यक्ति प्रति दिन हो गई है जो कि 32.24 प्रतिशत की वृद्धि है।

डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि हमारा डेयरी क्षेत्र 8 करोड़ से अधिक डेयरी किसानों को आजीविका प्रदान करता है और इसमें मुख्य रूप से छोटे और सीमांत और भूमिहीन किसानहैं। देश की डेयरी सहकारी समितियों को अपनी बिक्री का औसतन पचहत्तर प्रतिशत किसानों को प्रदान करती है और 2 करोड़ से अधिक डेयरी किसान डेयरी सहकारी समितियों में संगठित हुए और 1.94 लाख डेयरी सहकारी समितियां दूध गांवों से दूध एकत्र कर रही हैं। वर्चुअल कार्यक्रम को मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बालयान, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी, डेयरी और पशुपालन सचिव अतुल चतुर्वेदी, एनडीडीबी अध्यक्ष वर्षा जोशी, एनडीडीबी के कार्यकारी निदेशक मीनेश शाह समेत कई विशेषज्ञों ने भी संबोधित किया।

Note:– कृपया इस खबर को डेयरी बिजनेस, Dairy Farm व एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़े लोगों के साथ शेयर जरूर करें..साथ ही डेयरी और कृषि क्षेत्र की हर हलचल से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज https://www.facebook.co m/DAIRYTODAY/ पर लाइक अवश्य करें। हमें Twiter @DairyTodayIn पर Follow करें।

904total visits.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय खबरें