अब मोतिहारी में भी मिलेेंगे ‘मदर डेयरी’ के उत्पाद, कृषि मंत्री ने किया बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी का उद्घाटन

डेयरी टुडे नेटवर्क,
मोतीहारी, 2 अक्टूबर 2017,

चम्पारण शताब्दी वर्ष में महात्मा गांधी की जयंती पर केन्द्र सरकार ने मोतिहारी जिले के किसानों को बड़ी सौगात दी है। केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने दुग्ध उत्पादक किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए यहां बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी स्थापित की है। गांधी जयंती के अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह चंपारण में थे। केंद्रीय मंत्री ने बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी का एक भव्य समारोह में उद्घाटन किया। बताया जा रहा है कि मदर डेयरी का दिल्ली के बाद देश भर में यह दूसरा प्लांट है जिसे मोतिहारी में स्थापित किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि अगले छह महीने में प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा और प्लांट में पूरी तरह काम भी शुरू कर दिया जाएगा। शुरुआत में मदर डेयरी अपने उत्पादों का पूर्वी व पश्चिमी चम्पारण सहित गोपालगंज जिले में भी व्यवसाय करेगी।

13 गांवों में दुग्ध खरीद केन्द्र

मदर डेयरी की कार्यप्रणाली के बारे में बताया जा रहा है कि तीनों जिलों के किसानों से दुग्घ खरीदकर मवेशियों के नस्ल सुधार सहित अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से कंपनी किसानों को लाभान्वित करेगी। पहले चरण में कंपनी ने पूर्वी चम्पारण के 13 गांवों में दुग्ध खरीद केन्द्र स्थापित किया है। कृषि मंत्री ने बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की चर्चा करते हुए कहा कि इससे तीन जिले पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण तथा गोपालगंज जिले के किसानों को लाभ मिलेगा। इसके लिए एक हजार गांव के 30 हजार से अधिक दुग्ध उत्पादकों से 75 हजार लीटर दूध प्रतिदिन संग्रह करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि मठबनवारी में वहां के किसानों ने मदर डेयरी प्लांट के लिए 5 एकड़ जमीन दी है। एक माह के अंदर प्लांट का शिलान्यास किया जाएगा।

इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा है कि आगामी 2022 तक हर सर को छत, हर घर को बिजली सहित आपके कई सपने पूरे होंगे। इसके लिए केंद्र सरकार संकल्पित है। किसानों की आमदनी भी दोगुनी होगी। इसके लिए केंद्र सरकार ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक खेती से आमदनी ज्यादा नहीं बढ़ सकती। इसके लिए समेकित कृषि पर जोर देना होगा। अगले एक साल के अंदर पीपराकोठी में रिसर्च सेंटर का भवन बनकर तैयार हो जाएगा। वहां से प्रशिक्षण लेकर किसान समेकित खेती को अंजाम दे सकेंगे।

उन्होंने कहा कि आज हरित क्रांति के साथ नीली एवं स्वेत क्रांति भी किसानों के लिए मददगार है। नीली क्रांति के माध्यम से मछली पालन किसानों की स्थिति में अपेक्षित सुधार की दिशा में सहायक है। जबकि स्वेत क्रांति दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दे रही है। नस्ल सुधार से लेकर दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं संचालित हैं। इनमें गोकुल कार्यक्रम भी शामिल है।

कृषि मंत्री ने कहा कि मधु उत्पादकों के लिए भी योजना बनाई जा रही है। शीघ्र ही इसके लिए ठोस कदम उठाया जाएगा। वहीं बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि कृषि मंत्री के प्रयास से पूर्वी चंपारण सहित देश के किसानों की स्थिति में बेहतरी आएगी। इस मौके पर विधान पार्षद बब्लू गुप्ता, कल्याणपुर विधायक सचिंद्र प्रसाद सिंह, पीपरा विधायक श्यामबाबू यादव, गोविंदगंज विधायक राजू तिवारी, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, पूर्व विधायक कृष्णनंदन पासवान, पूर्व विधान पार्षद रामजी प्रसाद शर्मा, पार्टी के कोषाध्यक्ष कुमार विजय उर्फ टिंकू जी आदि उपस्थित थे।

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