Success Story: बिहार के एक इंजीनियर ने बनाया अनोखा पशु आहारा, दो गुना हो गया दुग्ध उत्पादन!

डेयरी टुडे नेटवर्क,
पटना, 20 अप्रैल 2023,

डेयरी सेक्टर में सबसे अधिक महत्त्व दुग्ध उत्पादन का होता है, क्योंकि जितना अधिक दुग्ध उत्पादन होगा, उतना ही पुशापालकों को फायदा होगा। इसके लिए पशु आहार के क्षेत्र में कई प्रकार के इनोवेशन किए जा रहे हैं। इसी तरह का एक इनोवेशन किया है बिहार के मोतिहारी के रहने वाले अनूप आनंद ने। अनूप पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं और निजी कंपनी की नौकरी छोड़कर इन दिनों फूड और एग्रीकल्चर वेस्ट से पशु आहार तैयार कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि अक्सर जब भी हम किसी होटल में खाना खाने जाते हैं तो कुछ ना कुछ छोड़ ही देते हैं या फिर घर में भी जब कुछ भोजन बच जाता है, तो उसे फेंक देते हैं। लेकिन उन्हें इस जूठन से पौष्टिक पशु आहार बनाने का विचार आया और वे कचरे से कंचन बनाने के इस कार्य में पूरी मेहनत से जुट गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी अनूप हर महीने लगभग 30 टन फूड वेस्ट से 100 टन पशु आहार तैयार कर लेते हैं। उनका दावा है कि बाजार में मिलने वाले अन्य पशु आहारों से यह कई गुना ज्यादा पौष्टिक है।

वर्षों की रिसर्च के बाद बनाया हर्बल पशु आहार

इंजीनियर अनूप आनंद ने फूड वेस्ट से पशु आहार बनाने वाली कंपनी शुरू करने से पहले ढेरों किताबें पढ़ी। खूब रिसर्च करने के बाद वे पौष्टिक पशु आहार बनाने के नतीजे पर पहुंचे। अनूप बताते हैं कि 6 साल के रिसर्च के दौरान पता चला कि पूरी दुनिया में ऐसी कोई कंपनी नहीं है, जो वेस्ट फूड से पशु आहार बनाती है। इसके बाद उन्होंने 2021 में इस कंपनी की नींव रखी।

शहर के नामी होटलों से लाते हैं बचा-खुचा खाना

अनुप बताते हैं कि मौर्या और पनाश सहित शहर के अन्य होटलों से बचे खाने को इकट्ठा करने के लिए उन्होंने एक गाड़ी रखी है। जबकि खुद की बनाई पांच मशीनों से पशु आहार तैयार करते हैं। इसके लिए फैक्ट्री में 10 मजदूर भी लगाए गए हैं। वे बताते हैं कि फिलहाल एक किलो पशु आहार तैयार करने में 17 रुपए का खर्च आ रहा है। जबकि इसे 19 रुपए प्रति किलो बेचते हैं। प्रोडक्शन बढ़ाने से दाम भी सस्ता हो सकता है।

11 लीटर दूध वाली गाय देने लगी 20 लीटर दूध

अनूप बताते हैं कि फाइनल प्रोडक्ट बनाने के बाद सबसे पहले खुद के घर में मौजूद गाय पर उन्होंने टेस्टिंग की। कुछ ही समय के बाद रिजल्ट चौंकाने वाले आया। जो गाय पहले 11 लीटर दूध देती थी, वह अब 20 लीटर दूध देने लगी। इसके बाद आसपास के परिचितों के यहां टेस्टिंग के लिए आहार देने लगे। हर जगह से मांग आने लगी और सबके यहां दूध में बढ़ोतरी देखने को मिलने लगा। वे बताते हैं कि बाजार में मिलने वाला पशु आहार धान के भूसे से बनाया जाता है। लेकिन इस फूड वेस्ट पशु आहार में बासमती चावल से लेकर अलग-अलग तरह की दाल जैसी कई पौष्टिक चीजें मिली हुई है।

(साभार- न्यूज 18 हिंदी)

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