डेयरी टुडे नेटवर्क,
मुंबई, 20 जुलाई 2018,
महाराष्ट्र में दुग्ध उत्पादकों का आंदलोन सफल हुआ और सरकार ने दूध की न्यूनतम दरें 25 रुपये प्रति लीटर तय कर दी हैं। राज्यभार में दूध के दामों में बढ़ोत्तरी के लिए जारी किसानों के आंदोलन के आगे सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। सरकार ने बड़ी घोषणा करते हुए दूध का न्यूनतम दर 25 रुपए लीटर करने की घोषणा की है, जो कि 21 जुलाई से प्रभावी होगी। सरकार के इस ऐलान के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने आंदोलन वापस ले लिया है।
महाराष्ट्र सरकार की तरफ से दूध की दर न्यूनतम 25 रुपए लीटर रखने का ऐलान करने के बाद स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने भी आंदोलन को वापस लेने की घोषणा कर दी। बता दें कि राज्य में किसान दूध खरीद के मूल्य में 5 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की मांग को लेकर सोमवार से आंदोलनरत थे। दूध के दामों में बढ़ोत्तरी के लिए जारी आंदोलन में जहां किसान अपने गाय और भैंस लेकर सड़कों पर उतर आए। राजू शेट्टी ने कहा था कि दूध की खरीद का मूल्य बढ़ाने पर सरकार के सहमत होने तक डेयरी किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
#Maharashtra government announces Rs 25 per liter as the minimum rate of milk for dairy farmers, following state-wide protests over the demand. The decision will be implemented from July 21. pic.twitter.com/D6PaV4w9Fb
— ANI (@ANI) July 19, 2018
राजू शेट्टी ने मीडिया से कहा, ‘सरकार की तरफ से दूध की खरीद का दाम 25 रुपये प्रति लीटर करने की घोषणा कर दी गई है। अब मैं आंदोलन वापस लेने को तैयार हूं।’ इससे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आंदोलन समाप्त कराने के प्रयास के तहत गिरीश महाजन को शेट्टी से मुलाकात करने को कहा था।
सरकारचा निर्णय मान्य
शेतकऱ्यांना 25 रु दर मिळणार
सरकारचे आभार
आंदोलन मागे— Raju Shetti (@rajushetti) July 19, 2018
बता दें कि महाराष्ट्र में पानी से भी कम कीमत में दूध बिक रहा है, इससे दूध बिक्री से होने वाली आय पर निर्भर किसानों की माली हालत बहुत खराब हो गई है। दूध के दामों में बढ़ोतरी के लिए किसान पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। यह आंदोलन गुरुवार को और तेज हो गया। आंदोलनकारियों ने सुबह से ही अपने बाल-बच्चों और अपने जानवरों के साथ महाराष्ट्र की सभी प्रमुख सड़कों पर ‘चक्का जाम’ कर दिया। इससे मुंबई के कई इलाकों में दूध की किल्लत हो गई। इस आंदोलन की वजह से पूरे राज्य में दूध का संकलन घटकर आधा रह गया है।
इससे पहले अहमदाबाद हाइवे जाम करके ‘स्वाभिमानी’ कार्यकर्ताओं ने सड़क मार्ग से गुजरात से आने वाला 16,000 लीटर दूध पहले ही रोक दिया था। किसान नेता राजू शेट्टी ने बुधवार को रेल मार्ग से मुंबई की तरफ आनेवाले दूध के टैंकर रोकने का प्रयास किया। रेलवे और पुलिस प्रशासन ने हर हाल में दूध की आपूर्ति जारी रखने की मंशा जताई है, लेकिन तीन दिनों का दूध का स्टॉक खत्म होने को है।
4826total visits.
पशुओ का दाना महगा क्यूँ है दुध सस्ता क्यों हैं
God