Dairy Today Network,
नई दिल्ली, 9 अप्रैल 2023
गर्मियों में घी, दूध और मक्खन समेत अन्य डेयरी प्रोडक्ट की आपूर्ति और कीमत को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के साथ खास रणनीति तैयार की है। किसी भी आकस्मिक स्थिति में समय पर सटीक प्रबंधन करने के लिए आवश्यक स्टॉक पहले से ही कर लेने संबंधी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। वहीं, विशेषज्ञों ने गर्मी के सीजन में डिमांड पीक पर होने के चलते दूध और दुग्ध उत्पादों की कीमतों में बढ़ोत्तरी की आशंका जताई है।
डेयरी प्रोडक्ट देश में लाखों डेयरी किसानों के लिए सतत रूप से आजीविका का प्रमुख स्रोत हैं। हालांकि, कोविड-19 महामारी के बाद पौष्टिक, सुरक्षित और स्वच्छ दूध एवं दुग्ध उत्पादों की बढ़ती मांग की वजह से डेयरी क्षेत्र में कुल मांग और आपूर्ति में कुछ अंतर देखा जा रहा है। बढ़ती मांग को पूरा करने के साथ-साथ गर्मियों के सुस्त सीजन में दूध की आपूर्ति कम होने की आशंका है। कई डेयरी सहकारी समितियों की ओर से संरक्षित डेयरी उत्पादों जैसे कि मिल्क फैट और पाउडर के आयात की मांग की जा रही थी।
मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अनुसार स्थिति को ध्यान में रखते हुए एनडीडीबी भारत सरकार के साथ मिलकर मांग और आपूर्ति की निगरानी कर रहा है। चूंकि आयात की प्रक्रिया में समय लगता है, इसलिए किसी भी आकस्मिकता की स्थिति में समय पर सटीक प्रबंधन करने के लिए घी, दूध और डेयरी प्रोडक्ट का आवश्यक स्टॉक पहले से ही कर लेने संबंधी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं।
मंत्रालय ने कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर गर्मियों के सीजन में दुग्ध उत्पादों की मांग को पूरा करने में डेयरी सहकारी समितियों के लिए स्थिति को सहज बनाने में मदद के लिए आयात किया जा सकता है। हालांकि, उस स्थिति में भी यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इसका इंतजाम केवल एनडीडीबी के माध्यम से ही किया जाए और उचित ढंग से आकलन करने के बाद जरूरतमंद यूनियनों को बाजार मूल्य पर स्टॉक दिया जाए।
दूध की कीमतों में फिर से उछाल की संभावना जताई जा रही है। बीते फरवरी में अमूल ने दूध की कीमतें बढ़ाई हैं, जबकि उससे पहले मदर डेयर ने भी कीमतों में बढ़ोत्तरी की थी। दूध और दुग्ध उत्पादों की कीमतों में वृद्धि की वजह लागत में बढ़ोत्तरी को बताया गया था। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार दूध और दुग्ध उत्पादों में पिछले 12 महीनों में सालाना आधार पर 6।5 प्रतिशत की औसत महंगाई दर्ज की गई है। वहीं, पिछले पांच महीनों में दूध की कीमतों में महंगाई बढ़कर 8।1 प्रतिशत हो गई है। वहीं, पिछले वर्ष की तुलना में मासिक बढ़ोत्तरी की गति 0।8 प्रतिशत रही है। वर्तमान स्थितियों के अनुसार गर्मी के महीनों में दूध और दुग्ध उत्पादों की कीमतों में वृद्धि जारी रहने का अनुमान है।
(साभार – इकोनॉमिक टाइम्स)
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